Joint Home Loan: अगर आप घर खरीदने का सोच रहे हैं, तो अपनी पत्नी को ज्वाइंट अप्लिकेंट बनाना एक समझदारी भरा कदम हो सकता है। ज्वाइंट होम लोन लेने से आपको न केवल ज्यादा लोन राशि मिल सकती है, बल्कि आप कई तरह के वित्तीय लाभ भी उठा सकते हैं। इस आर्टिकल में जानते हैं पत्नी के साथ ज्वाइंट लोन लेने के पांच मुख्य फायदे।
1. अधिक लोन राशि की पात्रता
यदि आपकी पत्नी वर्किंग महिला हैं और उनकी इनकम को लोन के लिए जोड़ा जाए, तो आपके लोन की पात्रता बढ़ जाती है। बैंक संयुक्त आय देखकर लोन अप्रूवल में सहूलियत देते हैं, जिससे आप बड़ा घर खरीद सकते हैं। इससे आपके सपनों का घर लेना आसान हो जाता है।
2. ब्याज दर में छूट
कई बैंक महिलाओं को होम लोन पर 0.05% तक ब्याज दर में छूट देते हैं। जब पत्नी सह-आवेदक होती हैं, तो इस छूट का पूरा परिवार फायदा उठा सकता है। इससे लोन की पूरी अवधि में लाखों रुपये की बचत होती है, जो आपके वित्तीय बोझ को कम कर देती है।
3. टैक्स में डबल छूट
ज्वाइंट होम लोन लेने पर पति और पत्नी दोनों अपनी अलग-अलग इनकम टैक्स डिडक्शन का लाभ उठा सकते हैं। धारा 80C के तहत 1.5 लाख और धारा 24b के तहत 2 लाख तक की छूट मिलती है। कुल मिलाकर ₹7 लाख तक की टैक्स छूट पाई जा सकती है, जो सालाना टैक्स बोझ को काफी कम कर देती है।
4. स्टांप ड्यूटी में छूट
कुछ राज्यों जैसे दिल्ली, महाराष्ट्र, और हिमाचल प्रदेश में अगर महिला सह-स्वामी होती हैं तो प्रॉपर्टी रजिस्ट्री पर स्टांप ड्यूटी में 1% से 2% तक की छूट मिलती है। यह छूट ₹50,000 से ₹1 लाख तक की बचत में बदल सकती है, जिससे घर खरीदना और भी किफायती हो जाता है।
5. प्रधानमंत्री आवास योजना की सब्सिडी
यदि महिला सह-स्वामी हो और घर पहली बार खरीदा जा रहा हो, तो प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) के तहत ₹2.5 लाख तक की सब्सिडी मिल सकती है। यह सुविधा फर्स्ट टाइम होम बायर्स के लिए उपलब्ध है और इससे घर खरीदने की लागत में भारी राहत मिलती है।
निष्कर्ष
पत्नी के साथ ज्वाइंट होम लोन लेना न सिर्फ वित्तीय रूप से फायदेमंद होता है, बल्कि यह कई सरकारी लाभ और टैक्स छूट का मौका भी देता है। थोड़ी सी समझदारी से आप लाखों रुपये की बचत कर अपने सपनों का घर आसानी से हासिल कर सकते हैं।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में दी गई जानकारी सामान्य वित्तीय सलाह पर आधारित है। व्यक्तिगत वित्तीय निर्णय लेने से पहले किसी वित्तीय विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य करें।